सोशल मीडिया पर इन दिनों हजारों वीडियो वायरल होते रहते हैं, उनमें से एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है जिसे देखने के बाद आप हैरान रह जाएंगे। जिसमे एक महिला को एक पुलिस का जवान काफी बहादुरी से बचाता है।
पुलिस का काम ही होता है आम नागरिक की सुरक्षा करना। लेकिन अभी वायरल इस वीडियो को देखकर एक RPF के जवान की तारीफ करना तो बनता है कैसे उनसे एक औरत को ट्रैन के नीचे आने से बचाया। यह घटना मुंबई के पास एक रेलवे स्टेशन की है। जहा एक कांस्टेबल ने सोमवार को एक गर्भवती महिला को ट्रेन और प्लेटफॉर्म के बीच खाई में गिरने से बचाया। पूरी घटना सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गई।
घटना सोमवार सुबह कल्याण स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर हुई। जहां एक महिला ने स्टेशन पर चलती ट्रेन में चढ़ने के प्रयास में महिला गिर गई। आरपीएफ कांस्टेबल की बहादुरी और एक्टिवनेस के कारण महिला की जान बचाई जा सकी। वह लगभग ट्रेन और प्लेटफॉर्म के बीच मौजूद गड्ढे में गिरने ही वाली थी।
महिला का नाम वंदना है वह अपने पति चंद्रेश और बच्चे के साथ कल्याण से गोरखपुर के लिए ट्रेन में सवार होने वाली थी। लेकिन गलती से वे दूसरी ट्रेन में सवार हो गए। जब तक उन्हें इस बात का पता चला। तब तक ट्रेन आगे बढ़ चुकी थी। वंदना, जो आठ महीने की गर्भवती है, ट्रेन से उतरने का प्रयास करती है और उसका पैर लड़खड़ा गया। वंदना का बैलेंस नहीं बन पाता और वह ट्रेन से प्लेटफॉर्म पर गिर जाती है। तभी, रेलवे सुरक्षा बल के कांस्टेबल एसआर खांडेकर उसे बचाने के लिए कूद पड़े।
Railway Protection Force (RPF) staff Shri S R Khandekar saved the life of a pregnant woman who had slipped while attempting to de-board a moving train at Kalyan railway station today.
Railway appeals to passengers not to board or de-board a running train.@RailMinIndia pic.twitter.com/68imlutPaY
— Shivaji M Sutar (@ShivajiIRTS) October 18, 2021
मुंबई में मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी सुतार ने सीसीटीवी फुटेज को ट्वीट किया और यात्रियों से अपील की कि वे चलती ट्रेन में न चढ़ें और न ही उतरें। शिवाजी सुतार ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के कर्मचारी एसआर खांडेकर ने एक गर्भवती महिला की जान बचाई, जो आज कल्याण रेलवे स्टेशन पर चलती ट्रेन में चढ़ने के प्रयास में फिसल गई थी। रेलवे यात्रियों से अपील करता है कि वे चलती ट्रेन में न चढ़ें और न ही उतरें.’