जब से शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को एनसीबी ने ड्रग मामले में रेव पार्टी से गिरफ्तार किया है, तभी से लोग इस तरह की पार्टी के बारे में जानना चाहते है। आज हम आपको इस तरह की पार्टी के बारे में सभी जानकरी बताने जा रहे है।
आज पूरी दुनिया में रेव पार्टियों का चलन बढ़ रहा है। इन पार्टियों की शुरुआत 80 और 90 के दशक में ही हुई थी। इसका सीधा मतलब उत्साह और मस्ती से भरी सभा से है। इन पार्टियों में अवैध ड्र*ग्स का अंधाधुंध इस्तेमाल किया जाता है, इस तरह की पार्टी में कई अमीर लोग गुप्त तरह से आते है और इसका आनंद लेते हैं। इसमे जोरदार संगीत, नृत्य और नशा इन पार्टियों की जान होती है।
यहा पर गेरकानुनी तरीके से ड्र*ग्स बेचने वाले भी एक्टिव रहते है जो काफी मात्रा में ड्र*ग्स को बेचते है। हर कोई इन रेव पार्टियों में शामिल नहीं हो सकता है, यहा आने के लिए आपको मोटी रकम चुकानी पड़ती है। यहा पर गांजा, चरस, कोकीन, हशीश, एलएसडी, मेफेड्रोन जैसी दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है।
इसका सेवन करने वाले लोगो पर इसका असर लगभग 7 से 8 घंटे तक रह सकता है। इस तरह की पार्टी में इनमें लड़के-लड़कियां सभी शामिल होते है और यह ज्यादातर रात के समय में की जाती है।
80 और 90 के दशक में रेव पार्टियों के बारे में दुनिया तेजी से जागरूक हुई, लंदन में बेहद जोशीली पार्टियों को ‘रेव’ कहा जाता है। जैसे-जैसे तकनीक और ड्र*ग्स का प्रसार हुआ, रेव पार्टियों की लोकप्रियता बढ़ती गई। आज इस तरह की पार्टिया भारत में भी होने लगी है।
शुरुआत में गोवा में हिप्पी द्वारा इस तरह की पार्टी का चलन शुरू हुआ था। इसके बाद कई शहरों में इनका आयोजन किया जाने लगा। इसकी एंट्री और कॉन्टैक्ट्स इंस्टाग्राम अकाउंट के जरिए मिलते हैं।
कुछ रेव पार्टियों में ‘चिल रूम्स’ भी होते हैं जहां ओपन से*क्स होता है। कई क्लब निर्जलीकरण और अतिताप जैसे दवाओं के कुछ दुष्प्रभावों को कम करने के लिए पानी और खेल पेय भी प्रदान करते हैं।
मुम्बई की क्रूज पार्टी पर NCB ने छापा मारा और शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार किया गया था। इस पार्टी को भी रेव पार्टी माना जा रहा है, जिसके लिए जाँच की जा रही है।