स्टूडेंट और टीचर का रिश्ता बेहद खास होता है। दोनों एक दूसरे के लिए जरूरी हैं. टीचर के लिए अच्छे छात्र जरूरी हैं जिससे वो अपने कीमती ज्ञान को उन्हें बांट सकें और छात्र के लिए अच्छा गुरू जरूरी है जो उसके टैलेंट को और निखार सके. जब गुरू अपने छात्रों के साथ कदम से कदम मिलाकर चलता है तो वो उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।
हाल ही में एक ऐसी ही टीचर (teacher dancing with students viral video) सोशल मीडिया पर नजर आ रही है जो अपनी छात्राओं के साथ डांस कर मस्ती तो कर ही रही है, साथ में उनका मनोबल भी बढ़ा रही है।
टीचर-स्टूडेंड्स का डांस
Teacher Aur Students Ka Dance : क्लासेज कभी-कभी बोरिंग हो सकती हैं। लेकिन कई ऐसे टीचर्स भी होते हैं जो अपनी क्लास को मजेदार और मनोरंजक बनाने के लिए अलग-अलग चीजें ट्राई करते हैं. ऐसा ही कुछ कमाल किया है दिल्ली के एक स्कूल की इंग्लिश टीचर मनु गुलाटी न मनू ने अपनी क्लास में बच्चों को डांस कराया और खुद भी उनके साथ डांस किया।वीडियो को टीचर ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है. जैसे ही बच्ची डांस करना शुरू करती है, उसकी टीचर भी उसके स्टेप को कॉपी करती है. वहीं दूसरे बच्चे ताली बजाकर उनका उत्साह बढ़ाते हैं।
वीडियो में टीचर और छात्राएं कजरा मोहब्बत वाला गाने पर डांस करती दिखाई दे रही हैं. टीचर का डांस तो बेहतरीन है ही, उनके साथ बच्चियां का डांस भी लोगों को काफी पसंद आ रहा है. इस वीडियो के साथ मनु ने कैप्शन में लिखा- दिल्ली शहर का सारा मीना बाज़ार ले के. समर कैंप के आखिरी दिन हमारा इमपर्फेक्ट डांस… हमें खुशियों के पर्फेक्ट पलों की तरफ ले गया. वीडियो में सारी छात्राएं स्कूल की ड्रेस में क्लास के अंदर डांस करती दिख रही हैं।
खूब पसंद कर रहे लोग
वीडियो को manugulati11 नाम के इंस्टाग्राम यूजर ने शेयर किया है. कैप्शन में उन्होंने लिखा है, “हमारा अपूर्ण यादृच्छिक डांस शुद्ध आनंद के कुछ अविस्मरणीय क्षणों की ओर ले जाता है.”इस वीडियो को 4 लाख से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं जबकि 21 हजार से ज्यादा लोगों ने लाइक किया है. कई लोगों ने कमेंट कर अपनी प्रतिक्रिया भी दी है.
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एक ओर जहां लोगों को बच्चों और टीचर का ये डांस पसंद आ रहा है वहीं बहुत से लोगों ने बच्चों को ऐसे गाने पर डांस करवाने के लिए टीचर की आलोचना की है.फिल्मी एडल्ट गाने तो बच्चों का पढाई से ध्यान हटाने वाले होते हैं. वैसे भी मिडिया के कारण बच्चों मे फिल्मों का एक्सपोजर बहुत ज्यादा है. अगर स्कूल भी ये करेगा तो सत्यानाश ही होगा. वहीं एक शख्स ने कमेंट किया- स्कूली छात्र छात्राओं को नाच गान भले ही ना आए किंतु उनको संवैधानिक अधिकार अधिनियम जरूर आना चाहिए