आप भी ये बात तो अच्छे से जानते होंगे की ब्रेस्ट की साइज न केवल महिला की सुंदरता पर इफ़ेक्ट डालते है बल्कि उनके शरीर की बनावट पर भी इफ़ेक्ट करते है। हर महिला के ब्रेस्ट साइज अलग अलग होते है इसलिए हम यह नहीं बता सकते है की महिला का ब्रेस्ट साइज कितना होना चाहिए। आज हम आपको इसी विषय पर बताने जा रहे है, आज हम इस आर्टिकल से ब्रेस्ट साइज से जुड़े मिथक के बारे में बताएगे।
आपने कितनी ही बार सुना होगा लोगो से की ब्रेस्ट को प्रेस करने से उसका साइज बढ़ जाता है। अक्सर कई महिलाये फिजिकल रिलेशन बनाते समय ब्रेस्ट को प्रेस करने से मना करती है उन्हें इस बात का डर रहता है की ऐसा करने से उनके ब्रेस्ट साइज बढ़ जाएगी पर हम आपको बता दे की इस बात को न वैज्ञानिक और न डॉक्टर सच मानते है।
महिलाओं को लगता है की अगर ब्रेस्ट की मसाज करते है तो उनके आकर पर प्रभाव पड़ता है और वह बड़े हो जाते है। ऐसा इसलिए होता है क्योकि मांसपेशियों में रक्त का प्रवाह तेज़ हो जाता है।
कई महिलाओं का मानना होता है की शादी के बाद महिला का ब्रेस्ट साइज बढ़ जाता है। पर जो महिलाये शादी के कुछ समय बाद ही गर्भ धारण कर लेती है उनमे हार्मोन्स में परिवर्तन के कारण स्तनों के आकर में परिवर्तन आ जाता है।
कई महिलाओं का प्रेग्नेंसी के दौरान वजन बढ़ जाता है और उसी वजह से उनके ब्रेस्ट साइज पर भी प्रभाव पड़ सकता है, इसी के साथ जब महिलाओं की डिलीवरी के बाद वजन कम होता है तो ब्रेस्ट साइज भी कम हो जाता है।
कई लोगो का मानना है की पेट के बल सोने से ब्रेस्ट साइज पर प्रभाव पड़ता है पर ऐसा नहीं है, स्तनों का छोटा होना उनके उनके शारीरिक विकास और हार्मोन पर डिपेंड करता है।