हरनौत थाना क्षेत्र का एक अजीबो – गरीब मामला जिसमे एक बच्चे को मिठाई चोरी कर खाने के लिए पुलिस को दे दिया गया। लेकिन जज ने इस पर यह बोलकर मामला खत्म किया की भगवन कृष्ण भी माखन चोरी करके खाते थे।
मामला हरनौत थाना क्षेत्र के चेरो ओपी के अंतर्गत एक गांव का है। जहा एक बच्चे ने पडोसी के घर से मिठाई चुराकर खाली थी। यह मामला बीते गुरुवार का है। इस मामले पर फैसला सुनाते हुए किशोर न्याय परिषद के प्रधान दंडाधिकारी मानवेंद्र मिक्ष ने आदेश में कहा की हमे बच्चे के मामले में सहिष्णु और सहनशील होना चाहिए।
भगवान कृष्ण भी तो माखन चोरी करते थे फिर उन्हें सजा क्यों नहीं मिली
अगर माखन चोरी करना बाललीला है तो मिठाई चोरी करना अपराध कैसे? उनकी कुछ गलतियों को समझना पड़ेगा की बच्चो में आखिर भटकाव् किस परिस्थिति में आया।
प्रधान दंडाधिकारी ने आगे कहा की हमे बच्चो की मज़बूरी, परिस्थिति और सामाजिक स्थिति को समझना चाहिए। उन्होंने कहा की भगवान कृष्ण भी माखन चोरी करके खाते थे जब वह अपराध नहीं माना जाता तो इस वर्तमान युग में एक बच्चे की मिठाई चोरी कर खाने को अपराध कैसे माना जा सकता है।
बच्चा मोबाइल में गेम खेलने लग गया
यह बच्चा आरा जिले का रहने वाला है यह यहाँ अपने ननिहाल में छुट्टी मनाने आया था। और भूख लगने पर लालच वश पड़ोस की मामी के घर में घुस गया और सारी फ्रीज की मिठाई खाली। फ्रीज के ऊपर एक मोबाइल रखा था। जिसे वह लालच वश लेकर निकल गया और गेम खेल रहा था। उसी वक्त मामी ने पकडकर उसे पुलिस को सौंप दिया।
कोर्ट ने दी पुलिस को नसीहत
इस मामले में बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी ने भी अपनी रिपोर्ट में यह बात कही, कि वह भूख के कारण पड़ोस के घर में घुस गया था। लालच में उसने मोबाइल ले लिया। घर से अन्य कुछ चोरी होने की पुष्टि नहीं हुई है। कोर्ट ने कहा की बिहार कोर्ट अधिनियम के तहत पुलिस को इस पर एफआईआर दर्ज करने के बजाय डेली जनरल डायरी मे इसे दर्ज करना चाहिए था।